*चर्चा चौपाल की* एक चांद है जो मजहब को हटवा देता है.* कभी पूर्णिमा शरद की,* कभी ईद मनवा देता है*

afzal Tadavi
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(वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोक जैन की कलम से)
इसी चांद को पाने की जिद के आगे एक बच्चे ने राजा अकबर को नतमस्तक दिया था। इसी चांद के किस्से चंदा मामा के रूप में धरती पर चर्चित है। इसी चांद को देखकर महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती है। इसी चांद को देखकर हम  ईद की  खुशियां मानते हैं और घर-घर में शीर खुरमा बनाते हैं। इसी चांद पर पहुंचकर राकेश शर्मा ने तिरंगा फहराया था। उसी  चांद पर आज हम अपना चंद्रयान लैंड करके पूरी दुनिया में नया इतिहास बनाएंगे। दोपहर के बाद आज की शाम पूरे देश में नई खुशियां लेकर आने वाली है। स्वर्णिम अक्षरों में हिंदुस्तान का नाम पूरी दुनिया में लिखा जाने वाला है।
 आओ हम सब मिलकर ईश्वर से प्रार्थना करें दुआएं करें कि यह कामयाबी 140 करोड़ भारतीयों को सर गर्व से ऊंचा करने के लिए हमारे देश के वैज्ञानिकों का मान सम्मान बढ़ाने के लिए सफलतापूर्वक संपन्न। *नया इतिहास गढने में कुछ घंटे और*....... *भारत माता की जय*

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