- मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू नहीं होने के विरोध में किसानों ने तीन घंटे दिया धरना
बुरहानपुर। मौसम आधािरत कृषि बीमा योजना लागू नहीं किए जाने के विरोध में गुरुवार को कलेक्टोरेट परिसर में प्रगतिशील किसान संगठन का धरना प्रदर्शन हुआ। कलेक्टर ने कोई सुनवाई नहीं की तो किसान नंदी देवता के मंदिर में पहुंचे और ज्ञापन चरणा में समर्पित किया। किसानों ने कहा हमारी अर्जी महादेव से लगाएं, ताकि किसानों के जीवन में खुशहाली आ सकें। कलेक्टोरेट परिसर में 4 घंटे तक गहमा, गहमी का महौल रहा।
मौसम आधारित फसल बीमा येाजना लागू करवाने के लिए किसान पिछले कई साल से मांग कर रहे हैं। कुछ दिन पहले भी किसान ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे, मांग पूरी नहीं होने पर 24 अगस्त को कलेक्टोरेट परिसर में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। बावूजद इसके किसानों की सुनवाई नहीं हुई। इसलिए गुरुवार को सैकड़ो किसान सुबह 11 बजे कलेक्टोरेट परिसर में पहुंच गए। दरी बिछाकर किसानों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने सरकार के विरोध में नोरबाजी की। मौसम आधरित फसल बीमा सहित किसानों की अन्य प्रमुख मांगे पूरा करवाने की मांग की। दोपहर 2 बजे ज्ञापन सौंपा जाना था। किसान कलेक्टर भव्य मित्तल को ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन कलेक्टर ने तहसीलदार को भेज दिया। किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन देने से मना कर दिया। किसान बोले हम कलेक्टर मेडम को ही हमारा दुख बताएंगे। किसान धरने से उठे और कलेक्टोरेट के मुख्य गेट पर आकर खड़े हो गए। किसानों का आक्रोश बढ़ता देख डिप्टी कलेक्टर को भजा गया। इन्हें भी किसानों ने ज्ञापन नहीं दिया और कहा कि हम कलेक्टर को ही ज्ञापन सौंपेंगै, लेकिन काफी देर तक कलेक्टर नहीं आईं। इसके बाद आक्रोशित किसान मुख्य गेट से पलट गए और कलेक्टोरेट परिसर में स्थित महादेव के मंदिर में पहुंच गए। जय महाकाल के जयकारे लगाते हुए किसानों ने नंदी देवता के चरणों में ज्ञापन रखा। इस दौरान किसानों ने कहा शासन, प्रशासन हमारी बात नहीं सुन रहा है। इसलिए हम आपकी शरण में आए है। हमारी अर्जी को स्वीकार करें और महादेव तक हमारी बात पहुंचाएं। इसके बाद किसान नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट परिसर से चले गए। किसी भी तरह का निराकरण नहीं निकला और ना ही कोई आश्वासन मिला।
31 अगस्त को जिलेभर से आएंगे हजारों किसान
प्रगतिशील किसान संगठन के जिलाध्यक्ष रघुनाथ पाटिल ने कहा कलेक्टर द्वारा ज्ञापन नहीं लिए जाने से किसानों में आक्रोश है। किसानों ने चेतावनी दी है कि हम अभी चैन से नहीं बैठेंगे। 30 अगस्त का समय हम शासन, प्रशासन को दे रहे है। इस तारीख तक भी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो 31 अगस्त को जिलेभर से हजारों किसान ट्रेक्टर-ट्रालियों से कलेक्टोरेट आएंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे। इसकी पूरी जवाबदारी प्रशासन की होगी।
हम विधिवत मांग कर रहे थे
प्रगतिशील किसान संगठन के संरक्षक शिवकुमारसिंह कुशवाह ने कहा हमने धरना प्रदर्शन किया और विधिवत रूप से हम कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन कलेक्टर ने किसानों का सम्मान नहीं रखा। इसलिए हम देवों के देव महादेव के वाहन नंदी देवता की शरण में गए और ज्ञापन समर्पिति किया। हमने नंदी देवता, महादेव से प्रार्थना की है कि किसानों को हुए लाखों रुपए नुकसान से उबारें, फसलें बचाएं। भगवान हमारी प्रार्थना मंजूर करें। शासन, प्रशासन को सदबुद्धि दे। किसानों के समर्थन में कांग्रेस धरने में पहुंची
कलेक्टोरेट परिसर में चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए कांग्रेस प्रदेश महासचिव अजयसिंह रघुवंशी के नेतृत्व में कांग्रेसी कलेक्टोरेट किसानों को समर्थन देने के लिए पहुंची।किसानों के समर्थ में नारेबाजी की। प्रदेश कांग्रेस महासचिव अजयसिंह रघुवंशी ने कहा प्रगतिशील किसान संगठन ने किसान हित में धरना प्रदर्शन किया। दुख होता है कि सरकार किसानों को भगवान बोती है, अन्नदाता कहती है, लेकिन जब जब अधिकार मांगने के लिए किसान बेठे हैं तो सरकार के अधिकारी के पास उनका ज्ञापन लेने का समय नहीं है। श्रावण का महीना है, किसानों ने भोलेनाथ की सवारी नंदी महाराज को ज्ञापन दिया है। ताकि मांगे सरकार तक पहुंचे। सरकार को सद्बुद्धि आए। गौरी शर्मा, दिनेश शर्मा, किशोर महाजन, उबेद उल्लाह,
यह है किसानों की प्रमुख मांगे
किसानों ने बताया तीन साल से मौसम आधारित फसल बीमा योजना की मांग की जा रही है। किसानों की अनदेखी की जा रही है। 9 अगस्त को भी ज्ञापन देकर अवगत करवाया था। बावजूद इसके निराकरण नहीं हुआ। मौसम आधारित कृषि बीमा येाजना लागू की जानी चाहिए। दूसरी मांग है कि मौसम आधारित कृषि बीमा योजना के साथ स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट को सी-2 प्लस 50 के साथ लाभकारी समर्थन मूल्य बनाया जाए। जिसमें समस्त कृषि उत्पादित फसलों को राज्य शासन समर्थन मूल्य पर खरीदा जाना चाहिए। इसमें मक्का, कपास विगत पांच साल से खरीदा नहीं जा रहाह ै। वह तत्काल समर्थन मूल्य पर खरीदी जाने की योजना बनाई जानी चाहिए।