पांगरी के ग्रामीणों ने पूर्व चिटनिस से लगाई गुहार
अगस्त 08, 2023
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#burhanpur। बुरहानपुर जिले के ग्राम पांगरी के ग्रामीणों ने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस के निवास पर पहुंचकर गुहार लगाते हुए अपनी समस्याओं से अवगत कराया। ग्रामीणों ने पांगरी परियोजना के भूमि अधिग्रहण का मुआवजा गाईड लाईन अनुसार नहीं मिलने सहित विभिन्न पहलुओं से अवगत कराते हुए परियोजना के निर्माण पर रोक लगाने या निरस्त करने की मांग रखी। चिटनिस ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव सहित संबंधित अधिकारियों और कलेक्टर से चर्चा कर समस्याओं के समाधान होने तक निर्माण की प्रक्रिया को रोकने की बात कही। ग्राम पांगरी के डॉ.रवि पटेल, नंदू पटेल, प्रदीप चौकसे, राजू राठौर और रामदास शंकु सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया हमें भूमि का मुआवजा न्याय संगत नहीं मिल रहा है। अल्प और बिना विश्लेषण, अपर्याप्त जानकारी के आधर पर मूल्य तय किया जा रहा है। जबकि यहां की गाईडलाईन अनुसार मूल्य 25 से 30 लाख रूपए हेक्टेयर है। निर्माण होने वाली परियोजना के कारण दुर्लभ प्रजातियों के जंगल को भी नुकसान होगा। इस जंगल में अनेक दुर्लभ प्रजातियों के पौधे पाए जाते है। ग्रामीणों ने बताया इस परियोजना के निर्माण की आवश्यकता क्षेत्र में नहीं है। क्योंकि पूर्व में ही क्षेत्र में 5 से अधिक परियोजनाओं का निर्माण किया जा चुका है। ग्रामीणों ने कहा कि भूमि अधिग्रहण करने हेतु भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुरूप प्रति हेक्टेयर 25 से 30 लाख रूपए दिया जाए या फिर परियोजना का निर्माण निरस्त किया जाए। ग्रामीणों ने बताया कि पांगरी मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण खकनार विकास खंड के ग्राम नागझीरी के समीप ताप्ती नदी की सहायक नदी उतावली नदी पर प्रस्तावित है। परियेाजना स्थल पर जलग्रहण क्षेत्र 93.52 0वर्ग कि.मी. तथा 75 प्रतिशत डिपेेंडेबल येलिड 19.73 मि.घ.मी.है। परियोजना की कुल जल संग्रहण क्षमता 18.50 मि.घ.मी. एवं जीवित जल संग्रहण क्षमता 18.20 मि.घ.मी. आंकलित है। परियोजना अंतर्गत कुल 325.20 हेक्टेयर भूमि प्रभावित है जिसमें 287.70 हेक्टेयर शासकीय भूमि, 37.50 हेक्टेयर निजी भूमि है। निजी भूमि में करीब 700 मकान भी प्रभावित होंगे।