तीन दिन में डेढ़ लाख श्रद्धालू करेंगे बालाजी महाराज के दर्शन

afzal Tadavi
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- सतियारा घाट पर दीपदान के साथ शुरू हुआ श्री बालाजी का पारंपरिक मेला
बुरहानपुर। बुधवार से भगवान बालाजी का मेला का शुभारंभ हुआ। बालाजी महाराज शाम को 6 बजे महाजनापेठ स्थित मंदिर से हनुमानजी के कंधे पर गुप्तेश्वर मंदिर होते हुए सतियारा घाट स्थित बालाजी घाट पर पहुंचेे। भक्तों ने सतियारा घाट पर नदी में दीपदान कर भगवान बालाजी का स्वागत किया। तीन दिनी मेले में हर दिन लगभग पच्चास श्रद्धालू दर्शन को पहुंचेंगे। तीन दिन में लगभग डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालू दर्शन करेंगे। पुजारी चन्दु महाराज व मंदिर संस्थान के आशीष भगत ने बताया सतियारा घाट पर श्रीजी का कुंभा अभिषेक हुआ। 21ब्राम्हणों के द्वारा ताप्ती नदी पर बालाजी महाराज का 40 कुंभो से अभिषेक किया। अभिषेक के बाद नदी में बालाजी महाराज को स्नान कराया गया। इसके बाद श्रीजी को अपने मंदिरनुमा अस्थायी पांडाल में विराजमान किया गया। श्रीजी को दराबा और चुड़वा का विशेष भोग लगाया गया। मंदिर संस्थान के आशीष भगत ने बताया ग्यारस, बारस, तेरस को बालाजी महाराज सतियारा घाट पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देते है। यहां श्रीजी बालाजी मेले की शुरुआत करने वाले सखाराम महाराज की समादि स्थल के सामने विराजमान होते हैं। करीब 3 शताब्दी से लग रहे मेले में बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार को लाखों श्रद्घालु भगवान बालाजी के दर्शन करने पहुंचेंगे। गुरुवार को बारस के दिन भी बालाजी महाराज का दोपहर में अभिषेक होगा। शाम 6 बजे से बालाजी महाराज भक्तों को दर्शन देंगे। मेले में सजी दुकानें, झूले और पकवान की गुमठियां मेले के लिए सतियारा घाट पर दुकाने सज गई है। बच्चों के मनोरंजन के लिए खिलौनों की दुकाने लगी है। बच्चे, बड़े झूले का आनंद लेंगे। श्रद्धालूओं के लिए विभिन्न पकवानों की गुमठियां भी सजाई गई है। श्रद्धालूओं के लिए पानी सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाएं की गई है। होमगार्ड के जवान रहेंगे तैनात होमगार्ड डिस्ट्रीक्ट कमांडेंट मिनीक्षा चौहान ने बताया मेला स्थल पर पानी है। श्रद्धालू स्नान करेंगे। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से होमगार्ड के जवानों की तैनाती रहेगी। तीन शिफ्ट में आठ-आठ जवान रहेगे। बोट, लाइफ जैकेट सहित सभी जरूरी संसाधन रहेंगे। जर्जर गेट की नहीं की मरम्मत सतियारा घाट का ऐतिहासिक गेट जर्जर हो गया है। लाखों श्रद्धालू इस जर्जर गेट के अंदर से होकर निकलेंगे। मेला समिति द्वारा नगर निगम सहित प्रशासन को इस बारे में सुधार के लिए ज्ञापन दिया गया था, लेकिन इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई है। बारिश के दौरान ताप्ती नदी में आई बाढ़ से गेट क्षतिग्रस्त हो गया है। इसका बड़ा हिस्सा टूट चुका है।

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