बेमौसम बारिश से जनजीवन प्रभावित, 24 घंटे में दो इंच से अधिक बारिश ने कंपकंपाया
नवंबर 27, 2023
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लगातार बारिश से सडक़ों पर सन्नाटा पसरा, खेतों में आड़ी हुई फसलों से किसानों को नुकसान
बुरहानपुर। बेमौसम बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर दिया। तेज हवा और बारिश ने कंपकंपा दिया। सडक़ों पर सन्नाटा पसर गया। बहुत जरूरी होने पर ही लोग बाहर निकले। सडक़ों किनारे ठेले नहीं लगे। इक्का-दुक्का यातायात के साधन चले। चौराहों पर आम दिनों मेंं नजर आने वाली भीड़ नदारद रही। दुकानों पर कम ही ग्राहक पहुंचे। इसलिए व्यापार भी मंदा रहा। पिछले लगभग 24 घंटे में दो इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। बारिश से फसलों को भी नुकसान का अंदेशा है। वहीं कुछ फसलों को फायदा पहुंचने की बात किसान बता रहे हैं। आगे भी कुछ दिन मावठे का असर रह सकता है।
रविवार दोपहर से जिले में मौसम ने करवट ली थी। इससे पहले सुबह से दोपहर तक मौसम सामान्य रहा। धूप खिली। दोपहर 2 बजे के बाद बादल छाने लगे थे। शाम 7 बजे से बूंदाबांदी और हवा चलने लगी। रात 10 बजे से मौसम बिगड़ा। बारिश के साथ तेज हवा चलने लगी। रात भर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर चला। इसके बाद सुबह भी मौसम नहीं खुला। सुबह से लगातार बारिश का सिलसिला चलता रहा। लगातार बारिश और तेज हवा के कारण ठिठुरन बढ़ गई। कोई भीगने से बचने के लिए रेनकोट पहनकर निकला तो कोई कंपकंपाती ठंड को रोकने गर्म पहनकर घर से बाहर आया। बेमौसम बारिश के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ा। सर्दी, बुखार के मरीज बढ़े।
आंधी से केला फसल जमींदोज
तेज आधी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान हुआ। खकनार सहित अन्य क्षेत्रों में आंधी के कारण केले के पौधे जमींदोज हो गए। इससे किसानों को लाखों रुपए के नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है। सोमवार सुबह किसान खेत पहुंचे तो केले के आड़े पड़े पौधे देखकर आंसू निकल पड़े। किसानों ने जल्द सर्वे कर मुआवजे की मांग की है। उल्लेखनीय है कि लगातार केला फसल पर प्राकृतिक आपदा की मार पड़ रही है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। निम्बोला क्षेत्र में कपास, तुअर और गन्ना फसल के पौधे आड़े होने से किसानों को नुकसान हुआ है।
पौधों पर निकली कपास गली
अधिकतर किसानों ने दीपावली और दीपावली के बाद पौधों से कपास फसल चुन ली थी, लेकिन कुछ खेतों में अब भी कपास फसल लगी है। इसमें से कपास निकल रही है। रविवार रात से शुरू हुई बारिश के कारण पौधों पर लगी कपास गीली हो चुकी है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा। किसानों ने बताया गीली कपास किसी काम की नहीं रहेगी। इसके अलावा जिनिंग फैक्ट्रियों में रखा कपास भी कुछ मात्रा में गीला हुआ है।
ठंड से गेहूं, चना को फायदा, केले को नुकसान
किसानों ने बताया इस बारिश से गेहूं और चना फसल को फायदा होगा। बारिश के बाद ठंड और अधिक बढ़ेगी। इससे गेहूं, चना फसल अच्छी तरह पक सकेगी। केला फसल को अधिक ठंड से किसान नुकसान का अंदेशा जता रहे हैं। किसानों का कहना है अधिक ठंड के कारण केले के पौधे के पत्ते काले पड़ जाते हैं। इससे फल पर इसका प्रभाव पड़ता है।
अस्पताल की छत से दूसरे मंजिल पर टपका पानी
बारिश से जिला अस्पताल की छत से दूसरी मंजिल पर पानी टपका। इससे दूसरी मंजिल पर जगह-जगह पानी जमा हो गया। इससे मरीजों, परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल के निर्माण को अभी कुछ ही साल हुए है। बावजूद इसके अभी से पानी टपक रहा है।
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